अहमदाबाद। गुजरात में बेमौसम बारिश से किसानों की पकी हुई फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। पिछले साल भी ऐसी ही स्थिति बनी थी। किसानों के पास आजीविका का कोई अन्य साधन नहीं है, इसलिए किसान आर्थिक रूप से तबाह हो गए हैं और कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं। राज्य के कृषि मंत्री ने किसानों के लिए 1419.62 करोड़ के सहायता पैकेज की घोषणा की है। राज्य सरकार इसी साल बजट में 362 करोड़ की सहायता जारी की थी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेष पटेल और राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि किसानों के लिए 1419.62 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की गई है। अगस्त में भारी बारिश के कारण धान, सोयाबीन, मूंगफली जैसी प्रमुख फसलों को नुकसान हुआ था, सरकार ने किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। इसमें प्रदेश के 20 जिलों के 136 तहसीलों के 6 हजार से अधिक गांवों के लगभग 7 लाख किसानों को शामिल किया गया है। 8 लाख हेक्टेयर तक के क्षेत्रों में जहां 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है, वहां नियमों के तहत सहायता राशि का भुगतान किया जाएगा। सिंचित क्षेत्र में 22 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और असिंचित क्षेत्र में 11 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की सहायता दी जाएगी।
कृषि मंत्री के अनुसार मौजूदा सहायता पैकेज की घोषणा सिर्फ अगस्त में हुई बारिश से हुए नुकसान के लिए की गई है। इसके अलावा लगातार बारिश से फसल को हुए नुकसान का भी सर्वे किया जाएगा, साथ ही राज्य सरकार किसानों की मदद के लिए भी इस पर विचार करेगी।
इन्हें मिलेगा राहत पैकेज का लाभ
- जिन किसानों को 2024-25 के खरीफ सीजन में असिंचित फसलों का 33 प्रतिशत या उससे अधिक नुकसान हुआ है, उन्हें एसडीआरएफ नियम के तहत 8,500 रुपये और राज्य सरकार के बजट के तहत 2,500 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। 2 हेक्टेयर की अधिकतम सीमा के भीतर प्रति हेक्टेयर कुल 11 हजार रुपये की सहायता मिलेगी।
- वर्षा आधारित या सिंचित फसलों के 33 प्रतिशत या अधिक नुकसान के लिए एसडीआरएफ नियम के अनुसार 17,000 और राज्य सरकार के बजट के तहत 5,000 रुपये दिए जाते हैं। 2 हेक्टेयर की अधिकतम सीमा के अंदर कुल 22 हजार प्रति हेक्टेयर की सहायता मिलेगी।
- बारहमासी बागवानी फसलों के 33 प्रतिशत या अधिक नुकसान के लिए एसडीआरएफ नियमों के अनुसार अधिकतम 2 हेक्टेयर प्रति खाता के अधीन 22,500 प्रति हेक्टेयर।
- अहमदाबाद, राजकोट, जूनागढ़, सूरत, वडोदरा, पंचमहाल, नवसारी, सुरेंद्रनगर, द्वारका, खेड़ा, आणंद, मोरबी, जामनगर, कच्छ, तापी, दाहोद, डांग, भरूच, पाटण और छोटा उदेपुर जिले बारिश से प्रभावित हुए हैं। राहत पैकेज दिवाली के बाद किसानों तक पहुंचाई जाएगी।
राहत पैकेज पर कांग्रेस का बयान
राज्य सरकार की घोषणा पर कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट शेयर करके प्रतिक्रिया दी है। शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि गुजरात सरकार ने किसानों के लिए एक छोटी सी घोषणा की है और बयानबाजी ऐसी हो रही थी कि मानों किसानों को मालामाल कर दिया है। अगस्त महीने में 350 करोड़ की मदद की घोषणा की गई थी, उस दौरान भी किसानों के साथ धोखा हुआ। आज जो घोषणा की गई है वह महज कोरी बात है। दरअसल, किसानों को एक लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार ने नाममात्र की घोषणा की है।