अहमदाबाद। वाव विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा होते ही बनासकांठा और वाव में सियासत गरमाने लगी है। ठाकोर समाज में चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। इसी बीच पता चला है कि कांग्रेस सांसद गेनीबेन ठाकोर के परिवार के एक सदस्य ने कांग्रेस और गनीबेन का गढ़ मानी जाने वाली वाव सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है। गनीबेन के दूर-दराज के चाचा भूराजी ठाकोर भाजपा में थे, पार्टी से उन्हें टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है। भूराजी ठाकोर चुनाव मैदान में डटे रहते हैं तो भाजपा को इसका सीधा फायदा होगा।
वाव सीट पर जीत हासिल करने के लिए भाजपा और कांग्रेस एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। वाव सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से 50 लोगों ने दावेदारी पेश की है, जबकि कांग्रेस से 8 लोग दावेदारी कर रहे हैं। दूसरी ओर निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में उतर रहे हैं। फिलहाल 3 निर्दलीय उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। गनीबेन के परिवार से उनके चाचा भूराजी ठाकोर के निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल करते ही सियासत गरमा गई। वाव सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है तो वहीं भाजपा के लिए अस्तित्व की लड़ाई मानी जा रही है।
भूराजी ठाकोर भाजपा से जुड़े हैं। भाजपा में दावेदारों की संख्या को देखते हुए ऐसा लगता है कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा। इसलिए उन्होंने निर्दलीय के तौर पर अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है। भूराजी ठाकोर पूर्व प्रतिनिधि रह चुके हैं. भूराजी ठाकोर की पत्नी कांग्रेस से जुड़ी थीं। वह कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी हैं। भूराजी ठाकोर लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं, इसलिए उन्होंने वाव सीट से अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया है।
भूराजी ठाकोर ने समर्थकों की भारी मौजूदगी में अपना पर्चा भरा। नामांकन भरने के बाद भूराजी ने दोनों पार्टियों के प्रति नाराजगी जताई। उन्होंने गेनीबेन ठाकोर पर निशाना साधते हुए कहा कि गेनीबेन दो बार विधायक और एक बार सांसद चुनी गईं, लेकिन नर्मदा का पानी अभी तक यहां नहीं पहुंचा।
वाव से विधायक रहीं गेनीबेन ठाकोर ने लोकसभा चुनाव में बनासकांठा सीट से जीत हासिल की थी। उनके इस्तीफा देने के बाद वाव सीट खाली हो गई। अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से एक सीट कांग्रेस के खाते में गई, जो बनासकांठा सीट है।
वाव सीट पर 13 नवंबर 2024 को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को गिनती होगी। इस सीट पर नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 30 अक्टूबर को नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख है।