सूरत। गुजरात हाईकोर्ट ने नारायण साईं को अपने पिता आसाराम से मिलने के लिए मानवीय आधार पर जमानत दे दी है। सूरत की लाजपोर जेल में बंद नारायण साईं को जोधपुर जेल में अपने पिता आसाराम से चार घंटे के लिए मिलने की अनुमति दी गई है। नारायण साईं को चार घंटे की जमानत मिलने के 11 साल बाद नारायण साईं और आसाराम की मुलाकात होगी। पिता-पुत्र की मुलाकात के दौरान अन्य लोगों को मौजूद नहीं रखने का आदेश दिया गया है। नारायण साईं को उसकी मां और बहन से मिलने की इजाजत नहीं मिली। नारायण साईं की अर्जी पर हाईकोर्ट ने लिखित आदेश दिया है।
नारायण साईं सूरत की लाजपोर जेल, जबकि उनके पिता आसाराम जोधपुर जेल में बंद हैं। चार घंटे की अनुमति मिलने के बाद नारायण साईं को सूरत से जोधपुर लाया जाएगा। सूरत की लाजपोर जेल से जोधपुर जेल तक आने-जाने और पुलिस बंदाेबस्त के खर्च के लिए 5 लाख रुपये सचिन पुलिस स्टेशन में जमा कराने का सुझाव दिया गया है। सचिन थाने में रुपए जमा कराने के बाद पुलिस शिफ्ट के समय और तारीख को लेकर फैसला लेगी। नारायण साईं के साथ 1 एसीपी, 1 पीआई, 2 हेड कांस्टेबल और 2 कांस्टेबल को जोधपुर जेल ले जाया जाएगा।
बता दें, बेटे नारायण साईं ने आवेदन देकर अपने पिता आसाराम से एक दिन के लिए मिलने की मांग की थी। सूरत जेल में कैद नारायण साईं ने जमानत के लिए गुजरात हाई कोर्ट में अर्जी दी थी। अर्जी पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका बताते हुए अर्जी का विरोध किया था। तमाम दलीलों के बाद हाईकोर्ट ने नारायण साईं की याचिका स्वीकार कर ली है। आसाराम से मुलाकात करने के लिए नारायण साईं को 4 घंटे का समय दिया गया है।