मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-अजीत पवार) के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार, 12 अक्टूबर को मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में दावा किया गया था कि चार लोगों को सुपारी देकर घटना को अंजाम दिया गया। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया गया। हालांकि, अभी तक इस पोस्ट की पुष्टि नहीं हुई है। जांच एजेंसियों का यह भी दावा है कि यह जांच को गुमराह करने की कोशिश हो सकती है।
जांच एजेंसियां इस पोस्ट की पुष्टि करने की कोशिश कर रही हैं। पोस्ट में लिखा है- सलमान खान हम आपसे लड़ना नहीं चाहते थे, लेकिन इसकी वजह से हमारे भाई को नुकसान हुआ। पोस्ट में दाऊद और बाबा सिद्दीकी का जिक्र है। साथ ही इसमें लिखा है कि हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करेगा, उसे अपना हिसाब-किताब रखना होगा।
एनआईए ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई कुख्यात गैंगस्टरों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसका आतंकी सिंडिकेट अभूतपूर्व तरीके से फैल गया है। जिस तरह 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम ने छोटे-मोटे अपराध कर अपना नेटवर्क खड़ा किया था, उसी तरह लॉरेंस ने भी अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया है। दाऊद इब्राहिम ने ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग, एक्सटॉर्शन रैकेट के जरिए अपना साम्राज्य खड़ा किया और फिर उसने डी कंपनी बनाई। फिर उसने पाकिस्तानी आतंकियों के साथ गठबंधन बनाया और अपना नेटवर्क बढ़ाया। जबकि दाऊद इब्राहिम और डी कंपनी की तरह बिश्नोई गैंग की शुरुआत भी छोटे-मोटे अपराधों से हुई थी, फिर उसने अपना गैंग बना लिया। अब बिश्नोई गैंग ने उत्तर भारत पर कब्ज़ा कर लिया है।