वॉशिंगटन। अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी विवादों में घिर गए हैं। राहुल गांधी ने अमेरिका सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की। इसके बाद ही भाजपा उन पर हमलावर है। दरअसल, इल्हान उमर भारत विरोधी रूख के लिए जानी जाती हैं। वह कई मुद्दों पर भारत की आलोचना और पाकिस्तान का खुलकर समर्थन कर चुकी हैं। इल्हान उमर ने 2022 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा भी किया था। वह डेमोक्रेटिक पार्टी से ताल्लुक रखती हैं और 2019 में चुनाव जीतकर आई थी।
वॉशिंगटन में डी.सी. के रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में राहुल गांधी की बैठक की मेजबानी कांग्रेसी ब्रैडली जेम्स शेरमेन ने की थी। बैठक में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य जोनाथन जैक्सन, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, बारबरा ली, श्री थानेदार, जीसस जी. चुय गार्सिया, इल्हान उमर, हैंक जॉनसन और जान शाकोवस्की शामिल थे।
राहुल गांधी की मुलाकात की तस्वीरें सामने आने पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके लिखा है- देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है।
भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है।
राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं।
मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।