नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष निमंत्रण पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 9 और 10 सितंबर को भारत आ रहे हैं। उनके साथ यूएई सरकार के कई मंत्री भी भारत के मेहमान होंगे। हमास और इजराइल के बीच युद्ध के बीच यह यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी। इसके बाद वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट भी जाएंगे। इतना ही नहीं, क्राउन प्रिंस बिजनेस फोरम में हिस्सा लेने के लिए मुंबई भी आने वाले हैं।
भारत और यूएई के बीच वर्षों से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। साल 2022-23 में दोनों देशों के बीच 84.84 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। विशेष रूप से पेट्रोलियम, रत्न और आभूषण, खाद्य पदार्थ, वस्त्र, रसायन का आयात और निर्यात किया जाता है। यूएई ने अप्रैल 2000 से 2023 तक भारत में 16.67 अरब डॉलर का निवेश भी किया है। इतना ही नहीं, यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं, जो यूएई की आबादी का 38 फीसदी है। जिनमें से 27 लाख भारतीय ब्लू-कॉलर वर्कर के तौर पर काम करते हैं। यूएई में काम करते हुए लोग भारत में कमाई भेजते हैं, यूएई में रहने वाले भारतीयों ने अकेले 2021 में 1.63 लाख करोड़ रुपये भारत भेजे। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर का भी उद्घाटन किया था।