गांधीनगर। गुजरात बोर्ड द्वारा सरकार की मंजूरी के बाद 9वीं और 11वीं की परीक्षा पद्धति में बदलाव किया गया है। अब 10वीं और 12वीं बोर्ड की तरह 30 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जबकि 70 फीसदी वर्णनात्मक प्रश्न होंगे। सभी प्रश्नों में इंटरनल की जगह सामान्य विकल्प दिया जाएगा। कक्षा 9 और 11 में भी अधिकांश छात्र फेल हो रहे हैं। इस नई परीक्षा प्रणाली से छात्रों को फायदा होगा और ज्यादा से ज्यादा छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह नई परीक्षा पद्धति शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू होगी।
स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष 2024-25 शुरू हुए तीन महीने बीत गए हैं और अब पहली परीक्षा आने वाली है। इसी बीच बोर्ड ने कक्षा 9-11 के नए परीक्षा पैटर्न की घोषणा की है। सरकार की मंजूरी के बाद प्रश्न पत्र-परीक्षा पैटर्न में बदलाव के संबंध में सभी शिक्षाधिकारियों को एक परिपत्र जारी किया गया है। जिसके अनुसार कक्षा 9 और 11 की परीक्षा में 80 फीसदी की जगह 70 फीसदी वर्णनात्मक प्रश्न होंगे, जबकि वस्तुनिष्ठ प्रश्न 20 फीसदी की जगह 30 फीसदी होंगे। सभी वर्णनात्मक प्रश्नों में आंतरिक के बजाय सामान्य विकल्प दिया जाएगा।
नए पैटर्न के अनुसार बोर्ड ने गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गुजराती और द्वितीय भाषा और अंग्रेजी प्रथम और द्वितीय भाषा और हिंदी प्रथम और द्वितीय भाषा और संस्कृत के प्रश्न पत्र प्रपत्र, अंक और नमूना प्रश्न पत्र तैयार करके भेजे हैं। इस नये पैटर्न के अनुसार स्कूलों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। नई परीक्षा प्रणाली से कक्षा 9 के 7 लाख से अधिक और कक्षा 11 के पांच लाख से अधिक सहित 12 लाख से अधिक छात्रों को फायदा होगा।