अहमदाबाद। भारी बारिश के बाद अब सौराष्ट्र-कच्छ में चक्रवात का खतरा मंडराने लगा है। भुज से 60 और नलिया से 80 किलोमीटर दूर डीप डिप्रेशन पश्चिम और दक्षिण दिशा की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को इसके चक्रवात में तब्दील होने का अनुमान जताया है। चक्रवात से समुद्र के किनारे 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। सरकार की ओर से समुद्र के किनारे रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने शुक्रवार को जामनगर, पोरबंदर, द्वारका, कच्छ, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
गुरुवार शाम की स्थिति के अनुसार भुज से 70 किमी उत्तर-पश्चिम, नलिया ने 60 किमी उत्तर-पूर्व और कराची से 250 किमी की दूरी पर चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। चक्रवात के 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर के बीच गुजरात के समुद्रतट से टकराने का खतरा है।
कच्छ जिले में भारी बारिश और संभावित तूफान के पूर्वानुमान के बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल वडोदरा से सीधे गांधीनगर स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कच्छ के जिला कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करके प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सिस्टम की तैयारियों की समीक्षा की और जरूरत पड़ने पर लोगों को तत्काल प्रभाव से निकालने के निर्देश दिए।