पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में पैरालंपिक का शानदार आगाज हुआ। भारत समेत 167 देशों के खिलाड़ी उत्साह के साथ शामिल हुए। पहली बार उद्घाटन समारोह स्टेडियम से बाहर चैंप्स एलिसीस और प्लेस डे ला कोंकोर्ड में आयोजित हुआ। भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और शॉटपुट खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव संयुक्त ध्वजवाहक रहे।
भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने बताया कि 29 अगस्त को स्पर्धाओं के कारण 32 खिलाड़ियों ने उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लिया। 167 देशों की परेड में भारतीय दल के 106 सदस्यों ने हिस्सा लिया। इनमें 52 खिलाड़ी और 54 अधिकारी शामिल थे।
पेरिस पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में पश्चिम एशियाई देश साइप्रस के खिलाड़ियों का दल भी पहुंचा। करीब दो घंटे से अधिक समय तक चली 167 प्रतिभागी देशों की परेड के बाद पैरालंपिक आयोजन समिति के अध्यक्ष टोनी एस्टानगुएट ने सभी देशों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि पैरालंपिक खेलों की शुरुआत और बड़ी संख्या में प्रतिस्पर्धा कर रहे खिलाड़ियों की संख्या चुनौतियों के बावजूद कभी हार न मानने के जज्बे का जीवंत प्रमाण और खेल जगत की बेमिसाल क्रांति है। उन्होंने 4400 से अधिक खिलाड़ियों को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा करार दिया।
उद्धाटन समारोह में इंटरनेशनल पैरालंपिक कमेटी के प्रमुख एंड्रयू पारसंस ने कहा कि पेरिस पहुंचे 167 देशों के खिलाड़ियों का जज्बा इस बात की मिसाल है कि वैश्विक ताकतों के बीच टकराव के इस दौर में भी खेल सबको जोड़ कर रखने की क्षमता रखता है। पारसंस ने कहा कि पेरिस से पूरी दुनिया में इस बात का संदेश जाएगा कि सभी को बराबरी और समावेशी समाज में पूरे सम्मान और अधिकार से जीने का हक है। समारोह के अंत में फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों ने पैरालंपिक खेलों के शुरू होने का औपचारिक एलान किया।