सूरत। उकाई डैम से 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद तापी नदी उफान पर हैं। तापी में पानी के बहाव को देखते हुए नगर निगम ने सतर्कता बरतते हुए 22 फ्लड गेट बंद कर दिया। इससे पंडोण, कादरशा की नाल में पानी भर गया। हालांकि, मंगलवार को पानी उतरने के बाद सफाई शुरू की गई। नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ बैठक करके प्रभावित इलाकों में लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।
तापी नदी में पानी का बहाव तेज हाेने के बाद नगर निगम ने रांदेर जोन में 2, सेंट्रल जोन में 3 और कतारगाम इलाके में 17 समेत 22 फ्लड गेट को बंद कर दिया। रांदेर जोन में हनुमान टेकरी के पास पानी भरने के बाद इसे पंप से निकालने की कार्यवाही शुरू की गई। सेंट्रल जोन में घास्तीपुरा, क्षेत्रपाल, कादरशा की नाल में रास्ते पर पानी भर गया।
भारी बारिश और तापी में बहाव तेज होने के बाद निचले इलाकों में रहने वाले 165 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रभावित इलाकों में 2950 फूड पैकेट बांटे गए। उकाई डैम से पानी छोड़ने के बाद वियर कम कोजवे पर तापी का जलस्तर बढ़कर 10.12 मीटर हाे गया था। हालांकि, वियर कम कोजवे को जुलाई में ही वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है।