अहमदाबाद। रात में 12 बजते ही शंखनाद, घंटनाद के बीच आतिशबाजी के साथ नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की के जयघोष के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। द्वारका, शामलाजी, डाकोर समेत प्रदेशभर के मंदिर कृष्णमय हो गए। आधी रात में कृष्णभक्ति के गीत सुनाई दिए।
प्रदेशभर के मंदिरों, सोसायटियों और घरों में सोमवार को कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य उत्सव मनाया गया। जन्माष्टमी के दिन द्वारका, डाकोर समेत राज्यभर के कृष्ण मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा।
कृष्ण मंदिरों को फूलों से अलग-अलग थीम पर सजाया गया था। दिनभर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा रात्रि में भजन-कीर्तन के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। कृष्ण जन्मोत्सव के साथ भक्तों को प्रसाद, पंजीरी और विभिन्न मिठाइयां प्रसाद में दी गईं। इसके अलावा दिन में जगह-जगह गोविंदा मटकियां फोड़कर जन्माष्टमी मनाई।
भगवान श्रीकृष्ण का 5251 वां जन्मोत्सव गुजरात में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। लाखों तीर्थयात्री शामलाजी, डाकोर, द्वारका में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए पहुंचे हुए थे। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के मनोहर विग्रह का दर्शन करके प्रदेश की उन्नति और जनता के सुखी जीवन की प्रार्थना की।