नई दिल्ली। कोलकाता रेप-मर्डर केस मे सीबीआई ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। सीबीआई ने रिपोर्ट में बताया है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में मौका-ए-वारदात से छेड़छाड़ की गई। इस पूरे मामले में लीपापोती की कोशिश की गई। सीबीआई ने अंतिम संस्कार के बाद एफआईआर दर्ज किए जाने पर भी सवाल उठाए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए 20 अगस्त काे सुनवाई की थी। पहली सुनवाई हो चुकी है और आज गुरूवार को दूसरी अहम सुनवाई होने वाली है। इस पूरे मामले में बंगाल सरकार की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार का पक्ष रखने वाली कानूनी टीम में 21 वकील हैं। जिसमें कपिल सिब्बल, मेनका गुरुस्वामी, संजय बासु, आस्था शर्मा और श्रीसत्य मोहंती शामिल हैं। वहीं, केंद्र सरकार की कानूनी टीम में 5 वकील हैं, जिसमें सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, एडवोकेट माधव सिंहल, अर्कज कुमार, स्वाति घडियाल और एमके मारोरिया शामिल हैं।