नई दिल्ली। अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देशभर के विभिन्न संगठनों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (एनएसीडीएओआर) ने बंद का आह्वान किया है। इसमें सबसे अहम अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता की मांग की गई है। एनएसीडीएओआर ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस फैसले को खारिज किया जाए, क्योंकि यह अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों के लिए खतरा है। संगठन एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर संसद द्वारा एक नए कानून को पारित करने की भी मांग कर रहा है, जिसे संविधान की नौवीं सूची में समावेश के साथ संरक्षित किया जाए।
भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में दिखाई दिया। पटना में भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। राजस्थान के कई जिलों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर गए। बंद के चलते जयपुर, सीकर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, डीग, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, टोंक, भीलवाड़ा, नीम का थाना, कोटा, श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़ और भरतपुर में स्कूल-कॉलेजों के साथ समस्त शैक्षणिक संस्थाओं में आज छुट्टी की घोषणा की गई है। बंद का असर मध्य प्रदेश में भी दिखाई दिया। झारखंड में भी आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने भारत बंद के समर्थन में पदर्शन किया। उत्तर प्रदेश DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है, उसके लिए व्यापक पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। पूरे उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। कहीं भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
गुजरात में भारत बंद का मिला-जुआ असर रहा। अरावली जिले में पुलिस पहले से अलर्ट है। विजयनगर, भिलोडा और दांता में बाजार बंद रहे, जबकि कुछ आदिवासी क्षेत्रों में बाजार खुले थे। गुजरात के आदिवासी बहुल इलाकों में भारत बंद को समर्थन मिला है। गुजरात के दाहोद, पंचमहाल, साबरकांठा, दांता, अरावली, नर्मदा, नवसारी, छोटा उदेपुर, मंडाली, ईडर, उमरपाड़ा, व्यारा, सोनगढ़, विजयनगर समेत नर्मदा जिले में भारत बंद का असर देखा गया।
जामनगर शहर में दलित समुदाय के कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम कर दिया। जामनगर शहर जिले के करीब 10 अलग-अलग संगठनों के दलित समुदाय के नेता-कार्यकर्ता आदि सड़कों पर उतर गए और भारत बंद के समर्थन में सभी से शामिल होने की अपील की।
वड़ोदरा के एमजी रोड पर दुकानें बंद कराने को लेकर भारी बवाल हो गया। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप से टकराव टल गया। अहमदाबाद और पाटण में भारत बंद के समर्थन में लोगों ने प्रदर्शन किया। गांधीनगर में बड़ी संख्या में एसटी-एससी समुदाय के लोग इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया। सूरत में रिंग रोड पर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति के पास एससी-एसटी समुदाय के लोगों ने नारेबाजी करते हुए रैली निकाली जो कलेक्टर कार्यालय तक गई। इस दौरान दलित समुदाय के लोगों ने राष्ट्रपति को संबोधित करके कलेक्टर को ज्ञापन दिया।