गांधीनगर। गुजरात विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र बुधवार यानी आज से शुरू होने जा रहा है। हालांकि, इस सत्र में केवल सरकारी विधेयकों पर बहस होगी। शिक्षकों, वन कर्मियों, आंगनवाड़ी बहनों के विरोध के डर से विधानसभा पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है। मानसून सत्र में गुजरात नारकोटिक्स संशोधन विधेयक-2024, सौराष्ट्र काश्तकारी (गणोत) और घरेलू श्रम संशोधन विधेयक-2024, गुजरात माल और सेवा कर संशोधन विधेयक-2024 और गुजरात मानव बलि और अधोरी प्रथा-रोकथाम, काला जादू उन्मूलन विधेयक पेश किए जाएंगे। चार संशोधन विधेयक हैं, इसमें अघोरीप्रथा-काला जादू निवारण विधेयक नया है।
सत्र के पहले दिन नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई प्रस्ताव पारित किया जाएगा। इस बीच विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। विपक्ष राजकोट अग्निकांड, साइकिल खरीद घोटाला, वन रक्षकों की भर्ती, दो आदिवासी युवकों की हत्या जैसे मुद्दे उठाकर सदन में हंगामा करेगा। विधानसभा सत्र को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष ने देर शाम विधायकों की बैठक बुलाई जिसमें रणनीति बनाई गई। इसके अलावा विधायी कार्य सलाहकार समिति की भी बैठक हुई।
विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षक, वनकर्मी, आंगनबाडी की बहनें लंबित मुद्दों को लेकर आंदोलन कर सकते हैं। इसके अलावा आशंका जताई जा रही है कि कांग्रेस की न्याय यात्रा का गांधीनगर में भी विरोध देखने को मिलेगा। इसी वजह से गुजरात विधानसभा परिसर में भारी पुलिस व्यवस्था की गई है।