अहमदाबाद। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के निर्देशानुसार गुजरात राज्य परिवहन निगम की बसों का कायाकल्प किया गया है। पिछले डेढ़ साल में 166 करोड़ रुपए के खर्च से 2800 नई बसें लाई गई हैं। इसके अलावा नए बस अड्डे और डिपो का लोकार्पण भी किया गया है।
गुजरात परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद परिवहन निगम का कायाकल्प करने का संकल्प लिया। इसी का परिणाम है कि आज परिवहन निगम में नई बसें, बस अड्डा, डिपो, वर्कशॉप का तेजी से विकास हो रही है। इसके साथ ही प्रदेश की जनता को बसों में अच्छी यात्रा करने का लाभ मिल रहा है।
परिवहन निगम में पुरानी डग्गामार बसों को हटाकर उनकी जगह नई बसें चलाई जा रही हैं। आज कई रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें भी दौड़ रही हैं। आज परिवहन निगम की ओर से डबल डेकर बसें भी चलाई जा रही हैं। गुजरात सरकार और परिवहन निगम बसों की सुविधा में लगातार सुधार कर रहा है।
परिवहन निगम की ओर से दिसंबर 2022 से मई 2024 तक यानी डेढ़ साल में 2800 नई बसें जनता की सुविधा के लिए चलाई जा रही हैं। इसके साथ 18 नए बस अड्डे और डिपो का लोकार्पण भी किया गया है। प्रदेश में 20 नए बस अड्डे और डिपो का शिलान्यास भी किया गया है, जो जल्द ही कार्यरत हो जाएंगे। पीपीपी स्तर पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भरूच और भुज बस अड्डे का लोकार्पण किया गया है। परिवहन निगम की ओर से गांधीनगर-अहमदाबाद के बीच 5 आईकॉनिक एसी डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। इसके साथ ही परिवहन निगम की ओर से 10 हजार से अधिक ड्राइवर, कंडक्टर, मैकेनिकल और प्रशासनिक स्टाफ की भर्ती जल्द ही की जाएगी।
इन डिपो में नई बसें चल रही हैं
गांधीनगर में 417
जामनगर में 151
पालनपुर में 70
नवसारी में 125
वडोदरा में 474
सूरत में 111
शंखेश्वर में 15
राणीप में 47
लूणावाडा में 50
क्वांट में 50
गिफ्ट सिटी में 2
सोनगढ़ में 51
सचिवालय में 70
कलोल में 25
नडाबेट में 100
जीएमडीसी में 301
यहां बनेंगे नए बस डिपो
जोटाणा
शंखेश्वर
सरस्वती
राणपुर
वीरपुर
आमोद
सुईगांव
लोधिका
कुकुरवाडा
लाडोल
उमरगांव
जामनगर