नई दिल्ली। आज देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। रंग-बिरंगी पगड़ी पहने प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से दुनिया के सामने साल 2047 तक भारत का विजन रखा। वर्ष 2047 में भारत आजादी के 100 वर्ष मनाएगा और तब तक प्रधानमंत्री ने भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाने का संकल्प दोहराया। अपने भाषण में उन्होंने बच्चों, महिलाओं, लड़कियों, युवाओं, बूढ़ों, सेना, किसानों आदि समेत समाज के हर वर्ग का जिक्र किया। उन्होंने अगले 5 वर्षों के लिए अपनी सरकार के लक्ष्यों को रेखांकित किया। उन्होंने 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए देशवासियों से सहयोग भी मांगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी का जिक्र किया और कहा कि आज भारत की महिलाएं इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, रोजगार, वायु सेना, थल सेना, नौसेना, अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों के खिलाफ अपराध को लेकर आक्रोश है। यह भय पैदा करना होगा कि अपराध करने वाले पापियों को सजा मिलेगी, फांसी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में अगले 5 साल में मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार सीटें बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अब देश के युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए देश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मेडिकल रिसर्च पर एक लाख करोड़ रुपए खर्च किये गये हैं। पिछले 10 वर्षों में लगभग एक लाख मेडिकल सीटें बढ़ाई गईं और अगले 5 वर्षों में 75,000 सीटें बढ़ाकर हम युवाओं को भारत में रहकर मेडिकल कोर्स करने का अवसर देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि हाल ही में पेरिस ओलंपिक 2024 समाप्त हुआ है, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और मेडल भी जीते। भारत ओलंपिक 2036 की मेजबानी करना चाहता है। मोदी सरकार इसकी तैयारी कर रही है। ओलंपिक एसोसिएशन से बात करके इस लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने एआई तकनीक का जिक्र करते हुए गेमिंग इंडस्ट्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का वादा किया। आज देश में ही खिलौने बनते हैं, जो हाईटेक हो गए हैं। भारत में एक बहुत बड़ा गेमिंग उद्योग भी है। एआई तकनीक ने इस उद्योग को नया आकार दिया है। इसलिए, हम भारत में बने खिलौनों और गेमिंग को पूरी दुनिया में ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में अभी भी सांप्रदायिक नागरिक संहिता लागू है, जिसे धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता में बदलने का प्रयास किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी यूसीसी की बात कही है। सरकार से इस मुद्दे पर गौर करने को कहा गया है, ताकि देश को धार्मिक भेदभाव की प्रवृत्ति से मुक्त कराया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में वन नेशन वन इलेक्शन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चुनाव कराने में काफी समय लगता है। कई महीनों तक चलने वाली लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। इसे खत्म करने के लिए मोदी सरकार ने पूरे देश में एक चुनाव कराने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया, जो तैयार रिपोर्ट में की गई सिफ़ारिशों को लागू करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में ग्रीन जॉब्स का लक्ष्य रखा। उन्होंने कहा कि देश में हरित नौकरियों की संस्कृति बढ़ी है। सरकार का फोकस इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन हाइड्रोजन, नेट जीरो उत्सर्जन पर है। इससे देश के युवाओं को हरित नौकरियां मिलेंगी और देश पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कृषि क्षेत्र को 2047 के विकसित भारत का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में सुधार का संकल्प लिया और लक्ष्य निर्धारित किए। कृषि क्षेत्र को पुरानी परंपराओं से मुक्त किया जाएगा। आज नई तकनीक के माध्यम से किसानों को ऋण दिया जा रहा है। एंड-टू-एंड होल्डिंग प्रदान की जा रही है, ताकि जैविक खाद्य उद्योग को बढ़ावा मिल सके।