नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया है। शेख हसीना भारत में शरण लिए हुए हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की भी घोषणा हो चुकी है, लेकिन छात्र आंदोलन नहीं रुक रहा है। बांग्लादेश पिछले दो महीने से जल रहा है। हिंसक आंदोलन ने पिछले दो दिनों में 100 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जबकि पूरी हिंसा में 300 से अधिक बांग्लादेशी मारे गए हैं। इन घटनाओं को देखते हुए ढाका के लिए उड़ान भरने वाली कई भारतीय विमान सेवाओं को रोक दिया गया था, जो आज से फिर से शुरू हो रही हैं।
उधर, बांग्लादेश में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच भारत ने उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास में तैनात गैरजरूरी कर्मचारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। इसे लेकर सरकार ने एडवायजरी भी जारी की है।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को ढाका से एयर इंडिया की एक फ्लाइट 199 यात्रियों और 6 नवजात शिशुओं को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। जिसमें 190 भारतीय दूतावास के कर्मचारी हैं। बांग्लादेश में भीषण हालात के बीच करीब 15 हजार भारतीय फंसे हुए हैं। भारत सरकार इन भारतीयों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए ढाका से संपर्क में है। कल एयर इंडिया और आज इंडिगो और विस्तारा की हवाई सेवा शुरू होने से फंसे हुए भारतीय जल्द ही अपने वतन लौट सकते हैं। स्वदेश वापसी का काम शुरू हो चुका है।