पेरिस। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती सेमीफाइनल में 5-0 की शानदार जीत के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। विनेश ने इससे पहले प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जापान की दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान युई सुसाकी को हराया था। उन्होंने सेमीफाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी क्यूबा की गुजमान लोपेज को हराकर फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत के लिए रजत पदक पक्का कर लिया है और अब उनकी नजरें स्वर्ण पदक पर हैं। इस स्पर्धा का फाइनल बुधवार को होगा। विनेश फोगाट अमेरिका की सारा एन हिल्लेब्रांड से भिड़ेंगी। ऐसे में विनेश के पास कुश्ती में देश का पहला स्वर्ण पदक विजेता बनने का मौका होगा। विनेश रियो और टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं। विनेश से पहले साक्षी मलिक ही भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने ओलंपिक मेडल जीता है। साक्षी ने 2016 में रियो में ब्राॅन्ज जीता था।
विनेश फोगाट का नाम टॉप और मशहूर महिला पहलवानों में गिना जाता है। विनेश इतिहास की सबसे सफल भारतीय पहलवानों में से एक हैं। उनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के भिवानी जिले के बलाली गांव में एक पहलवान परिवार में हुआ था। ऐसे में विनेश ने भी कुश्ती में अपना करियर बनाने का फैसला किया। उन्होंने कुश्ती का प्रशिक्षण अपने चाचा महावीर सिंह फोगाट (महिला पहलवान गीता और बबीता फोगाट के पिता) से प्राप्त किया।
विनेश ने रियो ओलंपिक 2016 में महिलाओं के 48 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में पदार्पण किया, लेकिन घुटने की गंभीर चोट के कारण उन्हें क्वार्टर फाइनल मैच से हटना पड़ा। इसके बाद विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक गेम्स 2020 के लिए भी क्वालीफाई किया, लेकिन इस बार वह क्वार्टर फाइनल में हार गईं।
विनेश फोगाट के नाम हैं कई रिकॉर्ड्स
1- 2018 एशियाई खेल, जकार्ता – स्वर्ण पदक
2- 2018 राष्ट्रमंडल खेल, गोल्ड कोस्ट – स्वर्ण पदक
3- 2014 राष्ट्रमंडल खेल, ग्लासगो – स्वर्ण पदक
4- 2018 एशियाई चैम्पियनशिप, बिश्केक – रजत पदक
5- 2013 राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप, जोहान्सबर्ग – रजत पदक
6- 2020 एशियाई चैम्पियनशिप, नई दिल्ली – कांस्य पदक
7- 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप, कजाकिस्तान – कांस्य पदक
8- 2019 एशियाई चैंपियनशिप, शीआन – कांस्य पदक
9- 2016 एशियाई चैम्पियनशिप, बैंकॉक – कांस्य पदक
10- 2014 एशियाई खेल, इंचियोन- कांस्य पदक
11- 2013 एशियाई चैम्पियनशिप, नई दिल्ली – कांस्य पदक