वडोदरा। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और टीम इंडिया के कोच अंशुमान गायकवाड़ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह ब्लड कैंसर से पीड़ित थे और लंदन में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने 71 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके लिखा है- श्री अंशुमान गायकवाड़ जी को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। वे एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और एक बेहतरीन कोच थे। उनके निधन से बहुत दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।
लंदन में इलाज कराने के बाद वह भारत लौट आए, लेकिन विरोधी टीम के पसीने छुड़ाने वाला यह खिलाड़ी जिंदगी की जंग हार गया। गायकवाड़ के निधन की खबर के बाद भारतीय क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। पूर्व खिलाड़ियों और बीसीसीआई ने शोक जताया है।
अंशुमन गायकवाड़ ने 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। 1984 में कोलकाता में अपना आखिरी मैच खेलने के बाद उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 40 टेस्ट मैचों में 30 की औसत से दो शतक और 10 अर्द्धशतक के साथ 1985 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 201 रन था, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। उन्होंने 15 वनडे मैच भी खेले, जिसमें 269 रन बनाए।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कोचिंग में अपना करियर बनाया। वह 1997-99 के दौरान टीम के मुख्य कोच थे। इतना ही नहीं उन्होंने जीएसएफसी में भी काम किया। जून 2018 में बीसीसीआई ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया था।
भारतीय क्रिकेट टीम में “ग्रेट वॉल” के नाम से जाने जाने वाले महान क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ का देर रात वडोदरा में 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अंशुमन गायकवाड़ दो महीने पहले वह वडोदरा आए थे जहां एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इसी बीच बुधवार शाम को उन्होंने आखिरी सांस ली। अंशुमान गायकवाड के पिता दत्ताजीराव गायकवाड ने भी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेला था।