सूरत। हीरा बाजार में मंदी से कारीगरों की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। बेरोजगारी से परेशान कारीगर आत्महत्या करने को मजबूर हैं। डायमंड वर्कर यूनियन ने कारीगरों की जान बचाने के लिए- रत्नकलाकारों आत्महत्या मत करो, हमें एक फोन करो, के नारे के साथ हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। डायमंड वर्कर यूनियन ने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन देकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे रत्नकलाकारों को संकट से उबारने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक पैकेज घोषित करने की मांग की है।
डायमंड वर्कर यूनियन के अध्यक्ष रमेश जिलरिया और उपाध्यक्ष भावेश टांक ने बताया कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे कारीगर सूरत छोड़कर गांव जाने को मजबूर हैं। हीरा बाजार में बेरोजगारी के साथ-साथ कारीगरों के आत्महत्या के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 18 महीने में 60 कारीगर आत्महत्या कर चुके हैं। संकटकाल में सरकार और उद्योगों को साथ मिलकर कारीगरों की मदद करनी चाहिए। डायमंड वर्कर यूनियन ने सरकार से रत्नदीप योजना शुरू करने, व्यवसाय कर खत्म करने, आत्महत्या करने वाले कारीगरों के परिवार को आर्थिक मदद और रत्न कलाकार कल्याण बोर्ड बनाने की मांग की है।