वायनाड। केरल के वायनाड जिले के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से भारी तबाही मच गई है। अब तक 63 लोगों की मौत हो गई चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। भारी बारिश होने की वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रही है। राहत एवं बचाव कार्य में भारतीय सेना की भी मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और घायलों को 50,000 रुपए देने की घोषणा की है।
सेना और नौसेना के जवान भी जुड़ गए हैं।
केरल के मुख्य सचिव वी वेणु ने कहा कि करीब 2-3 बार भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन में गंभीर रूप से घायल हुए 16 लोगों को वायनाड के मेप्पडी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी इस त्रासदी पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार की सभी एजेंसियां बचाव अभियान में जुट गई हैं। राज्य मंत्री आज दुर्घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं।
राज्य में भूस्खलन की घटना के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थमरासेरी दर्रे से आवश्यक वाहनों के अलावा अन्य वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ताकि दर्रे में जाम न लगे और रेस्क्यू टीम को मुंडकाई तक पहुंचाया जा सके। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से यहां कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 की भी घोषणा की गई है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH को तमिलनाडु के सुलूर से रवाना किया गया है।