नई दिल्ली। दिल्ली के राजेंद्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी घुसने से यूपीएससी की तैयारी कर रहे 3 छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सिस्टम की ओर से बड़ी कार्रवाई की जा रही है। कोचिंग के आसपास दबाव हटाने के लिए बुलडोजर पहुंच गए हैं। ये बुलडोजर दिल्ली नगर निगम की टीम ने भेजे थे। वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बेसमेंट मालिक समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। एमसीडी ने जेई को भी बर्खास्त कर दिया है। िदल्ली(मध्य)के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि घटना में दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस ने रविवार को बिल्डिंग मालिक अभिषेक गुप्ता और सेंटर के को-ऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया था।
कोचिंग सेंटर के तीन छात्रों की मौत के बाद अन्य छात्र सड़कों पर उतर आए थे। रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों ने मृतक को न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को आदेश दिया है कि राजेंद्र नगर मामले में अगर निगम का कोई अधिकारी दोषी है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एमसीडी के तहत अगर किसी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधि चल रही हैं तो यह बिल्डिंग कानून के खिलाफ है, इस पर तुरंत कार्रवाई की जाए। बेसमेंट में चल रहे अवैध कोचिंग सेंटरों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।