कच्छ। कच्छ में भारत-पाकिस्तान को जोड़ने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पैदल गश्त पर निकले सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों की डिहाइड्रेशन से मौत हो गई है। यह घटना लखपत बॉर्डर पिलर नंबर 1136 के पास हुई। डिप्टी कमांडेंट विष्णु देव की देखरेख में दयालराम समेत छह जवानों की टीम शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे पैदल गश्त पर निकली थी। फिर दोपहर में लखपत तहसील के हरमीनाला इलाके में अटपटी क्रीक पर आई। कमांडेंट समेत छह जवान कीचड़ में फंस गए, फिर उन्हें निकालने का प्रयास किया गया। पानी और प्यास की कमी के कारण जवानों में डिहाइड्रेशन का असर देखा गया।
शुक्रवार की दोपहर घटना की सूचना मिलते ही टीम तुरंत जलापूर्ति, ओआरएस व दवा लेकर पहुंच गई। जवानों को तत्काल इलाज के लिए खावड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन मूल रूप से बिहार के रहने वाले सहायक कमांडेंट विश्व देव रामनाथ झा (उम्र-45) और मालीपाटन, उत्तराखंड के हेड कांस्टेबल दयालकुमार बस्तानाराम को इलाज से पहले ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शहीद जवान बीएसएफ की 59वीं बटालियन में कार्यरत थे। इस घटना में एक सिपाही की जान बच गई। शहीद बीएसएफ जवानों के शव का भुज जीके जनरल अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद उनके घर भेज दिया जाएगा। गश्त पर निकले जवानों का पता लगाने के लिए दयापर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
बता दें, लखपत तहसील के क्रीक इलाके में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में गश्त की जा रही है। क्रीक एरिया में जवानों के घुटने कीचड़ में फंस जाते हैं। कभी-कभी ऐसी घटनाएं भी हुई हैं जब सांप, गिरगिट समेत कीड़े भी इन्हें काट लेते हैं। अब कीचड़ में फंसने के बाद गर्मी और पानी नहीं मिलने से जवानों की मौत की घटना से हड़कंप मच गया है। एएसआई कमांडेंट के साथ जवान शुक्रवार को पैदल गश्त पर निकले थे। कुछ देर बाद खाड़ी में एक कीचड़ वाली जगह पर इन तीनों सैनिकों के पैर कीचड़ में फंस गए और उनके साथी सैनिकों ने उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन असफल रहे। फिलहाल साथ का पानी भी खत्म हो गया और यात्री बेहोश हो गए। जब वरिष्ठ अधिकारियों को इसका पता चला तो वे टीम के साथ वहां पहुुंच गए। कीचड़ में फंसे तीनों जवानों को बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार के लिए खवादानी सीएचसी ले जाया गया, जहां एक जवान की जान बच गई, जब दो की मौत हो गई। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार हादसे के शिकार सैनिकों को वहां का अच्छा अनुभव था, इसके बावजूद यह घटना हो गई।