सोनीपत। हरियाणा के यमुनानगर और अन्य इलाकों में अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को हिरासत में लिया। इसके बाद उन्हें अंबाला कोर्ट में पेश किया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4 जनवरी को खनन के मामले में यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह व सोनीपत में कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ जांच की थी और उनके ठिकानों पर रिकार्ड खंगाला था। शुक्रवार को विधायक को मामले से जुड़े सबूत देने के लिए बुलाया था। वहां कोर्ट के बाहर से ही उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद ईडी की टीम उन्हें सोनीपत उनके आवास पर लेकर आई और फिर अंबाला लेकर चली गई। सुरेंद्र पंवार की गिरफ्तारी को कांग्रेस राजनीति से प्रेरित बता रही है।
मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला हरियाणा पुलिस की कई एफआईआर के बाद सामने आया है। शिकायत के अनुसार, लीज समझौते की समाप्ति और अदालती आदेशों के बावजूद पत्थर, बजरी और रेत के कथित अवैध खनन को लेकर यमुनानगर और इसके आसपास के जिलों में पिछले कई दिनों से जांच की जा रही थी।
विधायक सुरेंद्र पंवार ने जुलाई 2022 में अपने परिवार की सुरक्षा समेत व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। बाद में उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेते हुए कहा कि मेरे बेटे को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, लेकिन आपने मुझे आश्वासन दिया है कि हम पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएंगे, इसलिए मैं अपना इस्तीफा वापस ले रहा हूं।