अहमदाबाद। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का पांच साल का कार्यकाल 22 जुलाई को पूरा हो रहा है। अब उनकी जगह नए राज्यपाल की नियुक्ति होगी। भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता को गुजरात का राज्यपाल बनने का मौका मिल सकता है। राष्ट्रपति भवन की ओर से एक-दो दिन में नए राज्यपाल के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
आचार्य देवव्रत ने 19 जुलाई 2019 को गुजरात के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पिछले हफ्ते दिल्ली का दौरा किया था, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। गुजरात के अलावा और भी कई राज्यों के राज्यपाल का पांच साल का कार्यकाल खत्म हो रहा है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी 22 जुलाई को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। एक-दो दिन में राष्ट्रपति भवन द्वारा विभिन्न राज्यों के राज्यपालों के नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है। जिसमें गुजरात के राज्यपाल के नाम का ऐलान भी किया जा सकता है।
उधर, सियासी संकट के बीच उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का कार्यकाल भी इसी महीने खत्म हो रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि गुजरात में भाजपा के एक या दो वरिष्ठ नेताओं को राज्यपाल का पद मिल सकता है। पिछली बार राज्यपाल के तौर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा थी। लेकिन आनंदीबेन पटेल और मंगूभाई पटेल को राज्यपाल पद दे दिया गया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल का कार्यकाल अभी पूरा नहीं हुआ है। गुजरात भाजपा के किस वरिष्ठ नेता को राज्यपाल बनाया जाएगा, इसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं।