गांधीनगर। हरणी नाव दुर्घटना को लेकर कांग्रेस ने मृतकों के परिवारों के साथ धरना प्रदर्शन शुरू किया। पुलिस ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष समेत 12 कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लेकर प्रताप नगर हेडक्वार्टर ले गई। हिरासत में लिए गए कांग्रेसी नेता वहां भी धरने पर बैठ गए।
आज से छह माह पहले न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे हरणी लेक जोन में पिकनिक मनाने गए थे। नाव में क्षमता से अधिक बच्चों को बिठाने से नाव पानी में डूब गई थी, जिसमें 2 शिक्षक और 12 बच्चों समेत 14 की मौत हो गई थी। घटना के छह माह बाद भी मृतकों के परिवारों को न्याय नहीं मिला है। पीड़ित परिवारों को अभी तक मुआवजा भी नहीं दिया गया। हरणी नाव दुर्घटना की जांच अभी तक केवल कागजों पर ही चल रही है। हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए हरणी नाव दुर्घटना में तत्कालीन मनपा कमिश्नर एचएस पटेमल और विनोद राव को दोषी ठहराया था। इसके बावजूद इन दोनों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ऋत्विक जोशी ने जिला शिक्षाधिकारी पर भी लापरवाही के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि न्यू सनराइज स्कूल के संचालक भी हादसे के जिम्मेदार हैं, इसके बावजूद उनके खिलाफ केस तक दर्ज नहीं किया गया है। मृतक बच्चों के परिवारवालों ने पुलिस कमिश्नर से लिखित में शिकायत कर चुके हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
कांग्रेस द्वारा मृतकों के परिवारों को साथ लेकर गुरुवार को गांधीनगर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास सुबह से शाम तक धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कांग्रेस ने कार्यक्रम के लिए पुलिस से मंजूरी मांगी थी, पर पुलिस ने मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। शहर अध्यक्ष ऋत्विक जोशी ने बताया कि पुलिस ने मंजूरी न देने का कोई कारण भी नहीं बताया है।
गुरुवार को सुबह कांग्रेस पदाधिकारी और मृतकों के परिजन गांधीनगर सचिवालय के साथ इकट्ठा हुए। धरना शुरू करने से पहले ही पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष ऋत्विक जोशी, शहर कांग्रेस महामंत्री साई ढेकाणे, लीगल सेल के चेयरमैन जगदेव परमार, वार्ड 4 के कांग्रेस अध्यक्ष डाह्याभाई परमार समेत कांग्रेस कार्पोरेटर पुष्पाबेन वाघेला, एसएससी सेल के चेयरमैन महेश सोलंकी, नीतिन, विशाल पटेल और जयंतीलाल कनौजिया, हरुबेन पंड्या को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।