सूरत। पलसाणा तहसील के कारेली गांव में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री पकड़े जाने से सनसनी मच गई। गुजरात एटीएस ने छापा मारकर 4.5 किलो केमिकल समेत 4 करोड़, 5 लाख रुपए का सामान जब्त किया। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई। कारेली गांव के बीचोबीच पतरे के शेड में ड्रग्स बनाने का रैकेट धड़ल्ले से चलाया जा रहा था। गुजरात एटीएस ने छापेमारी करके दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने गोडाउन सील करके आगे की छानबीन शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार कारेली गांव में दर्शन इंडस्ट्रीज एस्टेट के प्लॉट नं. 12, 13 में पतरे का शेड बनाकर विजय गजेरा, सुनील यादव और हरेश कोराट मेफेड्रोन ड्रग्स बनाकर मंुबई में सलीम सैयद को बेचते थे। गुजरात एटीएस के पीआई सीएच पनारा, पीआई वीएन वाघेला, पीएसआई वीडे वाघेला समेत टीम ने पतरे के शेड में छापेमारी करके सुनील पुत्र राज नारायण यादव (28) और विजय पुत्र जेठा गजेरा(38) को गिरफ्तार किया। सुनील वापी और विजय वराछा में रहता है। गिरफ्तार विजय गजेरा इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है, जबकि सुनील यादव केमिकल ट्रेडिंग का कारोबार करता है। सुनील और विजय भागीदारी में ड्रग्स बनाने का कारोबार कर रहे थे। ड्रग्स बनाने के लिए 20 हजार में पतरे का शेड किराए पर लिया था।