अहमदाबाद। पुलिस को चकमा देने वाली सस्पेंडेड कांस्टेबल नीता चौधरी को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। नीता चौधरी अपने बुटलेगर साथी की ससुराल के दूर के एक रिश्तेदार के यहां लीमड़ी के पास एक गांव में छिपी हुई थी। नीता चौधरी कच्छ के बुटलेगर के साथ कार में शराब के साथ पकड़ी गई थी। पुलिस ने बुटलेगर की कार का पीछा किया तो उसने कार से पुलिसवालों को कुचलने की कोशिश की थी। उस कार में बुटलेगर के साथ नीता चौधरी थी मौजूद थी। पुलिस ने नीता चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था। नीता चौधरी को कोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन सेशंस कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जमानत रद्द कर नीता चौधरी को जेल में हाजिर होने का आदेश दिया था। इसके बाद से ही नीता चौधरी फरार थी।
गुजरात एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि शराब तस्कर युवराज सिंह जाडेजा की ससुराल के दूर के रिश्तेदार लीमडी के पास एक गांव में रहते हैं, जहां नीता चौधरी छिपी हुई है। एटीएस की टीम ने मंगलवार को छापेमारी करके नीता चौधरी को गिरफ्तार किया। नीता चौधरी को कच्छ पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
ये है पूरा मामला: कांस्टेबल नीता चौधरी 10 जुलाई से फरार थी
कच्छ सीआईडी की महिला कांस्टेबल नीता चौधरी 30 जून को शराब के सबसे बड़े तस्कर युवराज सिंह के साथ कार में शराब लेकर आ रही थी। पुलिस ने कार को रोकने की कोशिश की तो शराब तस्कर युवराज सिंह ने सब इंस्पेक्टर को गाड़ी से कुचलने की कोशिश की थी। इसी बीच युवराज सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि छह महीने पहले सोशल मीडिया के जरिए उसकी पहचान नीता चौधरी से हुई थी। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई। सेशंस कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद नीता चौधरी 10 जुलाई से फरार हो गई थी। कच्छ पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।