सूरत। सचिन के पाली में बिल्डिंग हादसे के बाद गुजरात स्लम बोर्ड ने गुजरात हाउसिंग बोर्ड के जर्जर आवासों को खाली करवाने का काम शुरू कर दिया है। गुजरात हाउसिंग बोर्ड द्वारा 39 साल पहले बनाए गए आवास जर्जर हो गए हैं। पाली में बिल्डिंग गिरने के बाद अधिकारियों ने यहां रहने वालों को आवास खाली करने के लिए समझाया था। इसके बावजूद लोग यहां रहने की जिद पर अड़े हुए थे। मंगलवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने पुलिस सुरक्षा के बीच गुजरात हाउसिंग बोर्ड के अावासों में पानी का कनेक्शन काटने का काम शुरू किया।
सचिन स्लम बोर्ड में करीबन 2666 फ्लैट हैं, जिसमें 10 हजार से अधिक लोग रहते हैं। नगर निगम ने आवास को खाली करने के लिए पहले भी नोटिस दिया था। इसके बावजूद लोग यहां रह रहे थे। मंगलवार को उधना जोन-बी के अधिकारियों-कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर पानी, सीवेज और गैस पाइप लाइन का कनेक्शन काटने की शुरूआत की। स्थानीय लोगों ने दो दिन पहले रैली निकालकर वैकल्पिक आवास की मांग की थी। वहीं, दूसरी ओर री-डेवलपमेंट के लिए अभी तक कोई एजेंसी आगे नहीं आई है।

कडोदरा की तीन सोसाइटियों में 900 मकानों को तोड़ने का नोटिस
सूरत। कडोदरा में नई शर्त की जमीन पर बने सत्यम शिवम सुंदरम सोसाइटी को तोड़ने का नोटिस मिलने से वहां रहने वालों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है। लोगों ने खून-पसीने की कमाई से जमीन खरीदकर मकान-दुकान बनवाए थे, बिल्डर की गलती से आज उसे खाली करने की नौबत आ रही है। नई शर्त की जमीन का प्रीमियम न भरना पड़े, इसलिए बिल्डर ने कडोदरा में ब्लॉक नं. 143, 118/अ और 119 सत्यम शिवम और सुंदरम सोसाइटी का आयोजन करके प्लॉट कब्जा रसीद पर बेच दिया था। यहां अब 900 से ज्यादा मकान-दुकान बन गए हैं। पलसाणा मामलतदार और कृषि विभाग ने 31 मार्च 2023 को नोटिस जारी करके जमीन को यथास्थिति में लाने का आदेश दिया था। अब नोटिस मिलने के बाद यहां रहने वाले परेशान हो गए और मामलतदार, कृषि विभाग के चक्कर लगाने लगे हैं।