अहमदाबाद। गुजरात में असली और नकली में फर्क कर पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। नकली घी, तेल, पनीर की बात छोड़ो, यहां तो नकली सरकारी कार्यालय, टोल नाका, नकली अधिकारी, नकली स्कूल तक पकड़े जा चुके हैं। इसकी अगली कड़ी में नकली अस्पताल का नाम भी जुड़ गया है।
गुरूवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बावला में छापेमारी करके नकली अस्पताल और नकली डॉक्टर को पकड़ा है। जांच में पता चला कि किसी मनीष अमरेलिया के नाम पर अनन्नया सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल चल रहा था। मेहुल चावड़ा नामक व्यक्ति इस अस्पताल को चला रहा था। एक बच्ची की मौत का वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल के नकली होने का खुलासा हुआ था।
कुछ समय पहले वायरल हाे रहा एक वीडियो अहमदाबाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिला था। जिसमें मृतक बच्ची के परिजनों का आरोप था कि उनकी बीमार बेटी को बावला स्थित अनन्या मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सुबह अस्पताल लाए जाने पर बेटी ठीक थी, लेकिन रात में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अस्पताल ने इलाज के लिए 1.50 लाख रुपए की फीस मांगी। जब परिवार ने इतनी बड़ी फीस देने में असमर्थता दिखाई तो डॉक्टर ने उन्हें आगे के इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा, लेकिन रात में ही बच्ची की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने जब वीडियो की जांच की तो अस्पताल के नकली होने का पता चला।