मास्को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के रूस दौरे पर हैं। सोमवार को मास्को पहुंचने पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी आज भारतीय समुदाय के लोगों से मिलने मॉस्को पहुंचे हैं। उन्होंने रूस में बसे भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पिछले दौरे के बारे में बात करते हुए कहा कि मैं पिछले 10 साल में छह बार रूस आया हूं और हम (पुतिन) पिछले दस साल में 17 बार मिले हैं। मैं अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन का आभारी हूं, भारत और रूस कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। भारत और रूस का अनोखा रिश्ता है। मैं रूस के साथ अनूठे रिश्ते का प्रशंसक हूं। दोनों देशों के बीच दोस्ती हमेशा बरकरार रहेगी। हर बार हमारी दोस्ती और मजबूत होती गई। रूसी भाषा में द्रुजबा का हिंदी में मतलब दोस्ती होता है। यह शब्द दोनों देशों के बीच संबंधों को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और रूस संबंधों पर बात करते हुए कहा कि भारतीय समुदाय के लोग भारत और रूस के संबंधों को आगे बढ़ा रहे हैं। रूस भारत का सुख-दुख का साथी है। भारत और रूस की दोस्ती हमेशा मधुर रही है। यह रिश्ता आपसी विश्वास पर बना है। एक गाना गाया जाता था- सिर पर लाल टोपी रूसी…। यह गाना भले ही पुराना हो, लेकिन अहसास आज भी वही है। पुराने समय में राजकपूर, मिथुन चक्रवर्ती जैसे कलाकारों ने भारत-रूस की दोस्ती को मजबूत है और सिनेमा ने उसे आगे बढ़ाया है। आप सभी भारत-रूस संबंधों को मजबूती दे रहे हैं। मैं भारत-रूस संबंधों का प्रशंसक हूं। हमारे रिश्ते की मजबूती का कई बार परख हुई और हर बार यह और मजबूत हुआ है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने अब तक जो विकसित किया है वह सिर्फ एक ट्रेलर है। अगले 10 वर्षों में सेमीकंडक्टर विनिर्माण से लेकर हरित हाइड्रोजन से लेकर हरित वाहन तक भारत की नई गति विश्व विकास का प्रतीक बनेगी। विश्व विकास का नया अध्याय लिखेंगे। वैश्विक वृद्धि में भारत की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत है। आने वाले समय में इसका और विस्तार होना निश्चित है। वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चुनौती को भारत टक्कर देगा। चुनौती को चुनौती देना तो हमारे डीएनए में है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपने 140 करोड़ नागरिकों के सामर्थ्य पर भरोसा करता है। दुनियाभर में फैले भारतीयों की क्षमता पर विश्वास और गर्व है। जिससे भारत बदल रहा है। भारत डिजिटल लेनदेन का सबसे बड़ा मॉडल है। आज भारत कड़ी मेहनत कर रहा है। विदेशों में रहने वाले भारतीयों को आज भारत पर गर्व है। देशवासियों ने विकसित भारत का संकल्प लिया है।