हाथरस। हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 सेवादारों को गिरफ्तार किया है। मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर अभी भी फरार है। पुलिस ने कई जिलों में छापेमारी की, किंतु उसका कुछ पता नहीं चला। मैनपुरी पुलिस ने सूरज पाल उर्फ भोले बाबा के आश्रम में अाधी रात को दबिश दी। एसपी सिटी समेत पुलिस की टीम आधी रात को आश्रम में छापेमारी करने गई थी। पुलिस ने एक घंटे तक आश्रम में तलाशी ली और खाली हाथ वापस लौट गई। बाहर निकलने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि हम आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था देखने आए थे। बाबा कहां है, इस सवाल पर पुलिस ने कहा कि बाबा अंदर नहीं हैं। आश्रम में 50-60 महिला-पुरुष भक्त हैं, जो नियमित रूप से आश्रम में आते रहे हैं।
हाथरस पुलिस ने मामले की जांच करने के लिए 7 टीमों का गठन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कहा है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को देर शाम इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव द्वितीय की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया। आयोग को 2 महीने में जांच करके अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
बता दें, सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को साल 2000 में आगरा में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि सबूत के अभाव में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था।
उधर, सूरज पाल का केस लड़ने वाले वकील एपी सिंह बयान भी सामने आया है। उनका कहना है कि भगदड़ मचने से पहले ही बाबा वहां से चले गए थे। एपी सिंह हादसे का ठीकरा असामाजिक तत्वों पर फोड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पैरों की धूल को लेकर किया जा रहा दावा बेबुनियाद है। बाबा की ओर से ऐसी कोई बात नहीं कही गई थी।