साकार हरि बाबा को ही अनुयायी भोले बाबा भी कहते हैं। इनका असली नाम सूरज पाल सिंह है। बाबा कासगंज के पटयाली तहसील के बहादुर नगर गांव के रहने वाले हैं। भोले बाबा का उनके गांव में बहुत बड़ा आश्रम है। सत्संग और साधु बनने से पहले पुलिस विभाग में नौकरी करते थे। सूरज पाल सिंह ने नौकरी छोड़ने के बाद अपना नाम बदलकर साकार हरि बाबा रख लिया। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी इनके अनुयायी हैं। बाबा साधुओं की तरह गेरुआ वस्त्र नहीं बल्कि हमेशा सूट-बूट में रहते हैं। इनके सत्संग में भारी तादाद में लोग इकट्ठा होते हैं। बाबा अपने प्रवचनों में पाखंड का विरोध करते हैं। इनके अनुयायियों में गरीब, दलित और दबे-कुचले लोग हैं।
शवों को देखकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की हार्टअटैक से मौत हो गई
एटा के मेडिकल काॅलेज में शवों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की हाईअटैक से मौत हो गई। सिपाही को मेडिकल कॉलेज में आपात ड्यूटी पर बुलाया गया था। मृतक सिपाही अलीगढ़ जिले के सिद्धार्थ नगर का रहने वाला था।