तेहरान। ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनाव में दो मुख्य प्रतिद्वंद्वियों कट्टरपंथी सईद जलीली और सुधारवादी मसूद पेजेश्कियान के बीच टकराव देखने को मिला। शनिवार को उपलब्ध गिनती के मुताबिक कट्टरपंथी जलीली को 48 लाख वोट मिले हैं, जबकि सुधारवादी पेज़ेस्कियन को 5.3 मिलियन वोट मिले, लेकिन उन्हें राष्ट्रपति घोषित नहीं किया जा सका क्योंकि ईरान के संविधान के अनुसार राष्ट्रपति पद के लिए कम से कम 50 प्रतिशत या अधिक वोट की आवश्यकता होती है। यानी 1 करोड़ 20 लाख वोटों में से 60 लाख वोट मिलना जरूरी है।
ईरान में राष्ट्रपति पद के अन्य उम्मीदवार मोहम्मद बागर कलीबाफ को करीब 19 लाख और चौथे उम्मीदवार मुस्तफा पोरमोहम्मदी को 1.1 लाख वोट मिले हैं।
मई में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुक्रवार को वोट डाले गए। हालांकि जनता में चुनाव को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं देखा गया क्योंकि चुनाव में करीब 45-53 फीसदी ही मतदान हुआ। बीते चार दशकों में यह ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम मतदान 48.8 प्रतिशत पिछले चुनाव के दौरान हुआ था, जब इब्राहिम रईसी को राष्ट्रपति चुना गया था। मार्च और मई में हुए संसदीय चुनाव में भी महज 41 फीसदी मतदान हुआ।
ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए मसूद पेजेशकियान और सईद जलीली के बीच कड़ी टक्कर
RELATED ARTICLES