नई दिल्ली। बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव पूरा होने के बाद आज गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद राष्ट्रपति का यह पहला संबोधन होगा। आज से राज्यसभा का सत्र भी शुरू होगा। लोकसभा का सत्र 24 जून से चल रहा है।
द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन से घुड़सवार अंगरक्षकों के साथ संसद भवन पहुंचेंगी। प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा और राज्यसभा के पीठासीन अधिकारी संसद भवन के गज द्वार पर उनका स्वागत करेंगे। यहां से उन्हें पारंपरिक राजदंड ‘सेंगोल’ की अगुवाई में निचले सदन के कक्ष तक ले जाया जाएगा। संविधान के अनुच्छेद 87 के अनुसार राष्ट्रपति को लोकसभा चुनाव के बाद सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना जरूरी है।
राष्ट्रपति अपने संबोधन में मोदी सरकार के कार्यकाल का उल्लेख कर सकती हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सत्तारूढ दल संसद के दोनेां सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेगा, जिस पर सदस्य चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 2 या 3 जुलाई को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं।
आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान विपक्ष हंगामा भी कर सकता है। विपक्ष पूरी तैयारी के साथ सदन में आएगा, क्योंकि इस बार लोकसभा में विपक्ष की ताकत पहले से ज्यादा है। विपक्ष नीट, यूजी में गड़बड़ी, परीक्षा रद्द करने, कश्मीर में आतंकवादी हमले, महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी करेगी।