Friday, March 28, 2025
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मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने डांग जिले में शाला प्रवेशोत्सव की शुरुआत की

आहवा। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने बुधवार को डांग जिले की सुबीर तहसील के बिलआंबा गांव के प्राथमिक स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलाकर 21वीं शाला प्रवेशोत्सव की शुरुआत की। 26 से 28 जून तक चलने वाला शाला महोत्सव इस बार “उत्सव… आनंदमय शिक्षा का’ थीम पर मनाया जा रहा है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2003 में कन्या शिक्षा और शाला प्रवेशोत्सव की शुुरुआत की थी। गुजरात में पिछले दो दशकों से कन्या शिक्षा के माध्यम से बेटियों की पढ़ाई को प्रोत्साहित करने और प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल शाला प्रवेशोत्सव के दूसरे दिन छोटा उदेपुर और तीसरे दिन सुरेन्द्र नगर जिले में बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाएंगे। तीन दिनों तक चलने वाले शाला प्रवेशोत्सव में विधानसभा अध्यक्ष समेत मंत्रिमंडल के सदस्य और आईएएस
(भारतीय प्रशासनिक सेवा), आईपीएस(भारतीय पुलिस सेवा), आईएफएस(भारतीय वन सेवा) के अधिकारियों समेत वन क्लास के कुल 367 अधिकारियों को अलग-अलग तहसीलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश में पदाधिकारियों के साथ 5000 अधिकारी 32लाख, 33 हजार बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाएंगे।

नमो लक्ष्मी योजना में 4 लाख छात्राओं के आवेदन मान्य
कन्या शिक्षा के अंतर्गत इस साल अमल में लाई गई नमो लक्ष्मी और नमो सरस्वती योजना का लाभ भी छात्राओं को दिया जाएगा। नमो लक्ष्मी योजना में अब तक 11, 966 स्कूलों की पंजीकृत किया गया है, इसमें से 4लाख, 3हजार, 168 छात्राओं के आवेदन को मान्य किया गया है। वहीं, नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना के अंतर्गत 924 स्कूलों को पंजीकृत किया गया है, जिसमें 37 हजार से अधिक छात्रों ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है। नमो लक्ष्मी योजना में सालाना 50 हजार और नमो सरस्वती योजना में सालाना 25 हजार की आर्थिक मदद दी जाएगी।

गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने बच्चों को स्कूल में प्रवेश कराया
गृह एवं खेल राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी ने शाला प्रवेशोत्सव के अंतर्गत सूरत में बच्चों को स्कूल में प्रवेश कराया।शाला प्रवेशोत्सव में मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी बनासकांठा जिले में, गृह एवं खेल राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी सूरत में, सहकारिता एवं लघु उद्योग राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा खेड़ा जिले में, मत्स्योद्योग एवं पशुपालन राज्य मंत्री परषोत्तमभाई सोलंकी भावनगर जिले में, पंचायत और कृषि राज्य मंत्री बचुभाई खाबड़ दाहोद जिले में, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल सूरत और नवसारी में, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुलभाई पानसेरिया जूनागढ़ में और आदिजाति विकास राज्य मंत्री कुंवरजीभाई हलपति तापी जिले में, वित्त मंत्री श्री कनुभाई देसाई वलसाड जिले में, स्वास्थ्य एवं उच्च शिक्षा मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल मेहसाणा जिले में, कृषि एवं ग्राम विकास मंत्री राघवजीभाई पटेल राजकोट जिले में, उद्योग तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री बलवंतसिंह राजपूत पाटण जिले के सिद्धपुर और सरस्वती तथा बनासकांठा जिले के पालनपुर में, जल संसाधन और जलापूर्ति मंत्री कुंवरजीभाई बावलिया भावनगर जिले में, पर्यटन मंत्री श्री मूलुभाई बेरा जामनगर जिले में, आदिजाति मंत्री कुबेरभाई डिंडोर महीसागर जिले में तथा महिला और बाल कल्याण मंत्री भानूबेन बाबरिया नर्मदा जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उधर, आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा ने शिक्षकों की भर्ती करने की मांग की
शाला प्रवेशाेत्सव पर आम आदमी पार्टी के विधायक चैतन वसावा ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके लिखा है- एक ओर हम विश्वगुरू बनने की बात करते हैं, दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। सरकार सबसे पहले स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती करे फिर शाला प्रवेशोत्सव मनाए। विधायक वसावा ने आगे लिखा है- हमारे विधानसभा क्षेत्र डेडियापाडा के रिंगापादर(चोपड़ी) प्राथमिक शाला में एक भी शिक्षक नहीं है।

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