सूरत। सिविल अस्पताल से लापता 3 साल के बच्चे को खोजने के लिए गृह राज्यमंत्री और पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत के आदेश के बाद क्राइम ब्रांच, एसओजी और पीसीबी की टीम मैदान में उतर गई। पुलिस ने 12 घंटे के भीतर बच्चे को ले जाने वाली भेस्तान आवास की महिला को खोज निकाला। बताया जाता है कि कोई संतान न होने की वजह से महिला बच्चे को उठा ले गई थी।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद महिला को पता लगाया। पुलिस भेस्तान आवास में जाकर महिला को गिरफ्तार कर बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने आरोपी महिला के पति इंद्रबली रविदास (उम्र-45, मूल निवासी- बिहार)को भी गिरफ्तार किया है।
बता दें, सचिन में बरफ फैक्ट्री के पास ईश्वर में रहने वाला राजेश पास पत्नी और तीन साल के बच्चे के साथ सिविल अस्पताल में भर्ती अपने एक रिश्तेदार से मिलने आया था। उसका तीन साल का बेटा जी-1 वार्ड की गैलरी में खेलते-खेलते अचानक लापता हो गया था। इसकी जानकारी मिलते ही गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने पुलिस को बच्चे को तुरंत खोजने का आदेश दिया था।

पुलिस ने बताया कि इंद्रबली की पत्नी फूलनदेवी को एक बेटी है। वह बेटा चाहती है। उसने जबरदस्ती अपने पति की दूसरी शादी करवाई। उससे भी उसे कोई संतान नहीं हुई। हालांकि दूसरी पत्नी संगीता को पहले पति से एक बेटा है। संगीता के बेटे की तबीयत खराब थी, तो उसे सिविल में भर्ती कराया है। फूलनदेवी भी सिविल आई थी और राजेश पाल के बेटे को अकेले खेलते हुए देखा तो उसे अपने साथ लेकर चली आई।
पुलिस को आरोपी फूलनदेवी के घर से और तीन बच्चे मिले हैं। फूलनदेवी पर बाल तस्करी की आशंका जताई जा रही है। डीएनए टेस्ट कराने के बाद ही पता चलेगा कि बच्चे किसके हैं।