नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले में सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई आज सुबह केजरीवाल को तिहाड़ जेल से लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची और अवकाशकालीन बेंच के सामने पेश करके कस्टडी की मांग की, जिसे जस्टिस अमिताभ रावत की बेंच ने स्वीकार कर लिया।
उधर, अरविंद केजरीवाल के वकील विक्रम चौधरी ने उनकी गिरफ्तारी पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दूसरे मामले में न्यायिक हिरासत में रहते हुए सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया। कोई आदेश पारित हो गया है और हमें जानकारी नहीं है। जिस तरह से यह किया गया वह गंभीर है। वकील विक्रम चौधरी ने कहा िक हमें मीडिया के जरिए अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की जानकारी मिली। हमारी मांग है कि सीबीआई की ओर से दाखिल रिमांड अर्जी की कॉपी हमें भी दी जाए। केजरीवाल के वकील वीडियाे कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे।
केजरीवाल के वकील की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि हमें जो समझ आ रहा है, चूंकि वह न्यायिक हिरासत मेें थे, इसलिए सीबीआई ने 24 तारीख को अदालत के सामने पूछताछ के लिए आवेदन दिया था। इसके बाद एजेंसी ने कल प्रोडक्शन वारंट की अनुमति लेने और उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के लए आवेदन किया था। अभी तक उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गाय है।
केजरीवाल के वकील ने विरोध करते हुए कहा कि अगर मामला कल रखा जाए और हमें कागजात दे दिए जायं ताे आसमान नहीं गिर जाएगा। अदालत ने केजरीवाल के वकील से कहा कि उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है, कार्यवाइ्र कहां से शुरू होगी? केजरीवाल के वकील ने फिर कहा आप हमें अावेदन दाखिल करने दीजिए आैर हमें जवाब देने के लिए समय दीजिए। कल सबसे पहले इस पर सुनवाई हो सकती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कोर्ट की हिरासत में हैं, क्या उन्हें सुनवाई का हक नहीं है?
इसके जवाब में सीबीआई ने कहा कि ये दलीलें हमारी गिरफ्तारी के बाद कीजिए। क्या उन्हें इस स्तर पर सुना जा सकता है। सीबीआई के वकील डीपी सिंह ने कहा कि हम चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान (केजरीवाल को गिरफ्तार) ऐसा कर सकते थे। हमने नहीं किया। हमने इतने समय तक इंतजार किया। फिर हमने उससे पूछताछ की। उनका कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हां, दुर्भाग्यपूर्ण है कि पॉलिसी अधिसूचित होने से पहले ही आप दावेदार तलाशने लगते हैं। दिल्ली की राजनीतिक व्यवस्था ही इस काम में संलिप्त है। आपने पाॅलिसी वैसे ही बनाई है, जैसा दावेदार चाहते थे। सीबीआई के वकील ने कहा कि हम कोर्ट से अनुमति मांग रहे हैं, क्योंकि वह हिरासत में हैं और जांच करना एजेंसी का विशेषाधिकार है।
सीबीआई की गिरफ्तारी का कारण यह है कि केजरीवाल उस कैबिनेट का हिस्सा थे, जिसने शराब नीति को मंजूरी दी थी। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि रिश्वत लेने के बाद दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 में हितधारकों के मन मुताबिक संशोधन किए गए और थोक विक्रेताओं के लिए प्रॉफिट मॉर्जिन 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया।