वडोदरा। शाला प्रवेशोत्सव के दौरान विधानसभा दंडक बालकृष्ण शुक्ल ने बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश दिलाया। कार्यक्रम में महिला पार्षद हेमीषाबेन ठक्कर भी मौजूद थीं। हेमीशाबेन ठक्कर ने दंडक को मॉनिटर बताया। उन्होंने कहा कि कक्षा में जो बच्चे शरारती होते हैं उन्हें मॉनिटर बनाया जाता है। पार्षद हेमीशाबेन के इस बयान को लेकर नई बहस छिड़ गई है।
वडोदरा में शाला प्रवेशोत्सव के दौरान विधानसभा दंडक बालकृष्ण शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा की महिला पार्षद ने विधान सभा के दंडक का बालकों से परिचय कराते समय कटाक्ष करते हुए कहा- दंडक का मतलब मॉनिटर होता है। जब हम स्कूल में पढ़ते थे तो जो छात्र शरारती होता था उसे मॉनिटर बना दिया जाता था। विधानसभा दंडक की शरारती बच्चों से तुलना करने पर नई बहस शुरू हो गई।