अहमदाबाद। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा से 15 दिन पहले जलयात्रा निकलती है। शनिवार को निज मंदिर से बैंड बाजा, 18 गजराज और 108 कलश के साथ जलयात्रा निकाली गई। 108 कलश में नदी का जल भरकर उससे मंदिर में भगवान का जलाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद भगवान जगन्नाथ गणेशजी के रूप में भक्तों को दर्शन देंगे और दोपहर बाद अपने ननिहाल सरसपुर की ओर प्रस्थान करेंगे। सरसपुर में भगवान जगन्नाथ का भव्य स्वागत किया जाएगा।
शनिवार को ढोल-नगाडा, बैलगाडी, बैंड बाजा और गजराज के साथ जलयात्रा निकाली गई। हर साल जेठ माह की पूर्णिमा के दिन जलयात्रा निकाली जाती है। साबरमती नदी में सोमनाथ भूदर के पास गंगा पूजन करने के बाद 108 कलश में जलभर मंदिर में लाया जाएगा। इसी जल से भगवान जगन्नाथ का जलाभिषेक होगा। इसके बाद भगवान की षोडसोपचार पूजा की जाएगी। जलयात्रा में गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, परम पूज्य अविचलदेवाचार्यजी महाराज शामिल हुए।