अहमदाबाद। कल जलयात्रा के साथ भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारी शुरू हो जाएगी। जलयात्रा को लेकर मंदिर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी और पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने रथयात्रा को लेकर समीक्षा बैठक की।
शनिवार को सुबह 8:00 बजे जगन्नाथ मंदिर में ढोल-नगाड़ा, करताल, मृदंग, ध्वजा-पताका, बैंड बाजा, हाथी, बैलगाड़ी और भजन मंडली के साथ भारी संख्या में भक्त जलयात्रा में शामिल होंगे। जलयात्रा जगन्नाथ मंदिर से निकलकर साबरमती नदी के तट पर सोमनाथ भूदर में पहुंचेगी। हर साल की तरह इस साल भी भूदर में गंगापूजन किया जाएगा। गंगापूजन के बाद 108 कलश में जलभर जलयात्रा वापस मंदिर में आएगी, जहां भगवान का शास्त्रोक्त विधि से जलाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बलराम की मूर्ति को दूध और केसर से स्नान कराया जाएगा। रथयात्रा से 15 दिन पहले जलयात्रा आयोजित होता है। अहमदाबाद के जमालपुर में स्थित जगन्नाथ मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई है। जलयात्रा में 18 हाथी और 18 से अधिक भजन मंडलियां शामिल होंगी। जलयात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलराम के नाथ ननिहाल जाएंगे।