नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लेने के लिए श्रीनगर पहुंचे हुए हैं। आतंकी हमलों के बीच प्रधानमंत्री का कश्मीर दौरा काफी अहम माना जा रहा है। उनके कश्मीर दौरे को लेकर सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं। यहां के इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21जून को सुबह डक झील के किनारे 7000 लोगों के साथ योग करेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने आज श्रीनगर में ‘युवा सशक्तिकरण, जम्मू-कश्मीर में बदलाव’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में कई दशकों से अस्थिर सरकार रही है। अस्थिरता के बीच भारत को उड़ान भरनी थी, लेकिन नहीं कर सका। आज देश नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, इसीलिए मैं इस लोकतांत्रिक उत्साह में भाग लेने वालों से मिलने आया हूं। इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत को सही अर्थ दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर के लिए अपने राज्य के रूप में भविष्य तय करने का दिन करीब आ रहा है। जम्मू-कश्मीर में आज सही मायनों में भारत का संविधान लागू हो गया है और ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि सबको बांटने वाली धारा-370 की दीवार टूट चुकी है। अटल जी ने इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का जो विजन दिया था आज हम उसे हकीकत में तब्दील होते देख रहे हैं। इस चुनाव में आपने लोकतंत्र की जीत दिलाई है। आपने पिछले 35-40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ये बदलाव केंद्र सरकार के 10 साल के प्रयासों का नतीजा है। पाकिस्तान से आए शरणार्थियों ने भी पहली बार मतदान किया। वाल्मिकी समाज की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई। पहली बार पंचायतों, नगर पालिकाओं और नगर निगमों में ओबीसी आरक्षण लागू किया गया है। मैं दिन-रात देश के लिए जो कुछ भी कर रहा हूं, अच्छे इरादे से कर रहा हूं। मैं कश्मीर की पिछली पीढ़ियों को जो कुछ सहना पड़ा है, उससे बाहर निकालने में मदद करने के लिए बहुत ईमानदारी और समर्पण के साथ काम कर रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीनगर में कार्यक्रम के दौरान 1500 करोड़ रुपए की 84 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने 1800 करोड रुपए की कृषि और संबद्ध क्षेत्र की परियोजनाओं की भी शुरुआत की।