अहमदाबाद/सूरत। स्कूल आॅटो और स्कूल वैन चालक मंगलवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर उतरे हुए हैं। स्कूल वर्दी एसोसिएशन ने प्रशासन, आटीओ और ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाही के विरोध में हड़ताल करने का निर्णय लिया है। प्रदेशभर में 80 हजार से अधिक स्कूल वैन और आॅटो चालकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतरने से अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। गुजरात में कुछ दिन पहले ही स्कूल खुले हैं। आॅटो और स्कूल वैन चालकों की हड़ताल से बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा। अभिभावकों को सारा कामकाज छोड़कर पहले बच्चों को स्कूल पहुंचाने और ले आने का काम करना होगा।
स्कूल वर्दी एसोसिएशन का कहना है कि जब तक कानूनन परमिट नहीं मिलेगा, तब तक हड़ताल चालू रहेगी।
हड़ताल की वजह से अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, भावनगर समेत शहरों में आज सुबह से ऑटो और स्कूल वैन दिखाई नहीं दिए। हालांकि दक्षिण गुजरात के
हालांकि दक्षिण गुजरात के तापी जिले में ऑटो और स्कूल वैन चालकों ने एसोसिएशन का समर्थन करने से इनकार कर दिया है। यहां हड़ताल का कोई असर नहीं है। वहीं, पड़ोसी जिले सूरत में 15 हजार से अधिक स्कूल वैन चालक हड़ताल में शामिल हैं।
बता दें, पिछले लंबे समय से ऑटो और स्कूल वैन चालक आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाही का खुलकर विरोध कर रहे हैं। रिक्शा और स्कूल वैन चालकों का कहना है कि आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस द्वारा 20 से 25 हजार रुपए जुर्माना वसूला जा रहा है। छात्रों को ले जाते समय आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस गाड़ी को डिटेन कर लेते हैं। वैन और रिक्शाचालकों ने गाड़ी के कागजातों को पूरा करने के लिए समय की मांग की है।