सूरत। सूरत के विकास में मंदिरों को तोड़ने का विरोध शुरू हाे गया है। बुधवार को विश्व हिन्दु परिषद ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर नगर निगम की कार्रवाई का विरोध किया। विहिप के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विहिप का कहना है कि नगर निगम द्वारा अनेक मंदिरों को तोड़ा गया है। मौजूदा समय में भी विकास के नाम पर सैकड़ों मंदिरों को तोड़ने के लिए नोटिस दिया गया है। क्या सूरत के विकास में मंदिर ही बाधक बने हुए हैं? विहिप का कहना है कि शहर में जगह-जगह सड़क के बीचोबीच मजार और मस्जिदें भी बनी हैं। मजारों का तेजी से विस्तार हो रहा है। उसे फिर से डेवलप किया जा रहा है, नगर निगम के अधिकारियों को यह दिखाई नहीं दे रहा है? शहर में चल रहे फ्लाई ओवर ब्रिज और मेट्रो के काम में क्या मंदिर ही रूकावट डाल रहे हैं। मजार और मस्जिद बाधक नहीं हैं। नगर निगम की ओर से हिन्दु समाज के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है।

विश्व हिन्दु परिषद-बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिरों को दिए गए नोटिस को वापस न लेने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।