सूरत। राजकोट गेम जोन अग्निकांड के बाद सूरत में नगर निगम द्वारा 10 गेम जोन बंद करवाए गए। नगर निगम की इस कार्यवाही के बीच नगर प्राथमिक शिक्षा समित के स्कूलों में फायर सेफ्टी का मामला सामने आया है। प्राथमिक शिक्षक मंडल ने महानगर पालिका आयुक्त से लिखित शिकायत की है कि 2019 के तक्षशिला अग्निकांड के बाद शिक्षा समिति के कई स्कूलों में फायर सेफ्टी नहीं है। कमिश्नर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूलों से एनओसी की जानकारी मांगी है।
बता दें, 2019 में तक्षशिला अग्निकांड के बाद नगर निगम ने शहरभर में फायर सेफ्टी की जांच की थी। फायर सेफ्टी न होने पर कई बिल्डिंगों को नोटिस भी दिया गया था। फायर सेफ्टी का मुद्दा एक बार फिर सामने आया है। शिक्षा समिति के प्राथमिक शिक्षक मंडल ने कमिश्नर को पत्र लिखा है कि- अभी भी शिक्षा समिति के कई स्कूूलों में फायर सेफ्टी की सुविधा नहीं है। कई स्कूल फायर एनओसी से वंचित हैं। छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फायर सेफ्टी जरूरी है। फायर सेफ्टी की जिम्मेदारी मुख्य शिक्षक या प्रिंसिपल को सौंपने पर भी सवाल उठाया है। शिक्षक मंडल का कहना है कि स्कूलों के सभी भवन नगर निगम की मालिकी के हैं। मुख्य शिक्षक-प्रिंसिपल के अधिकार, स्कूलों को मिलने वाली ग्रांट, फायर सेफ्टी का खर्च और एनओसी की प्रक्रिया को देखते हुए मुख्य शिक्षक या प्रिंसिपल से इसे करवाना संभव नहीं है। फायर सेफ्टी का काम स्कूल बोर्ड की ओर से कराया जाए।