राजकोट। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के दौरे के बाद राज्य सरकार ने एक्शन लेते हुए 7 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। गेम जोन में बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद नगर निमग के टाउप प्लानर, सिटी इंजीनियर, सड़क-मकान विभाग के डिप्टी इंजीनियर और दो सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि गेेम जोन में फायर सेफ्टी के उपकरण मौजूद थे, पर जिस प्रकार से कार्यवाही होनी चाहिए, उस तरह नहीं की हो पाई। इससे आग तेजी से फैल गई।
ये अधिकारी सस्पेंड किए गए
- जयदीप चौधरी- टाउन प्लानिंग विभाग के असि. इंजीनियर
- गौतम डी जोशी- टाउन प्लानिंग विभाग के असि. टाउन प्लानर
- एमआर सुमा- उप कार्यपालक इंजीनियर
- एमआई राठौड- गांधीग्राम-2, पुलिस इंस्पेक्टर
- वीआर पटेल- पुलिस इंस्पेक्टर
- पारस एम कोठिया- उप कार्यपालक इंजीनियर
- रोहित विगोरा- स्टेशन आॅफिसर, इमरजेंसी सर्विसीज
राजकोट बार एसोसिएशन का आरोपियों का केस न लड़ने का महत्वपूर्ण निर्णय

टीआरपी गेम जोन अग्निकांड में राजकोट बार एसोसिएशन ने आरोपियों का केस न लड़ने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मृतकों के परिवार की ओर से मुफ्त में केस की पैरवी करेंगे।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बकुल राजाणी ने गेम जोन की घटना को दुखद बताया है। अध्यक्ष ने कहा कि बार एसोसिएशन की ओर से एक परिपत्र जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि कोई भी वकील आरोिपयों का केस नहीं लड़ेगा। अध्यक्ष ने कहा कि सौराष्ट्र के सभी वकीलों का हमें समर्थन है। इसके बावजूद बाहर से कोई वकील आकर वकालत करता है तो हम उसे रोकने की पूरी कोशिश करेंगे।
बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरेश फलदू ने कहा कि गेम जोन अग्निकांड में कुछ अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, इसका मतलब यह है कि सरकार इस पर एक्शन ले रही है।