सूरत। लिंबायत में मदीना मस्जिद के पीछे सूरत हेराल्ड साप्ताहिक अखबार और एसएच न्यूज के ऑफिस में नकली नोट छापने का कारखाना चल रहा था। एसओजी और पीसीबी की टीम ने तथाकथित पत्रकार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर 9 लाख, 36 हजार के नकली नोट और नोट छापने की मशीन जब्त की है। पुलिस ने बताया कि मीडिया की आड़ में देश के अर्थतंत्र को खोखला कर रहे थे, यह बहुत ही संगीन मामला है।
एसओजी के एएसआई इम्तियाज फकरूमोहम्मद मंसूरी को खुफिया सूचना मिली थी कि लिंबायत में लोकल न्यूज चैनल चलाने वाला पत्रकार नकली नोट छापने का कारखाना चलाता है। किसी को शक न हो इसलिए नकली नोट लिंबायत इलाके में सब्जी बेचनेवाले, ठेला चलाने वाले और चाय-पान की दुकानों पर भुनाता था।
ऐसे पकड़ा कारखाना: पुलिस दो महीने से भेष बदलकर निगरानी कर रही थी
एसओजी और पीसीबी की टीम भेष बदलकर आरोपी के ऑफिस के आसपास सब्जी बेचने वाले, ठेले वाले, चाय-पान की दुकानों पर निगरानी कर रही थी। पुलिस की दो महीने की मेहनत सफल रही। पुलिस जांच करते हुए लिंबायत में मदीना मस्जिद के पास सूरत हेराल्ड साप्ताहिक अखबार और एनएस न्यूज 24/7 चैनल के ऑफिस में पहुंची। ऑफिस की जांच करने पर पुलिस भी दंग रह गई। वहां नकली नोट छापने का कारखाना चलाया जा रहा था।
पुलिस ने पत्रकार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने न्यूज चैनल के मालिक और पत्रकार फिरोज सुपडू शाह (निवासी- शास्त्रीनगर सोसाइटी, मदीना मस्जिद के पीछे, लिंबायत, मूल निवासी- पीपरला गांव, जिला-जलगांव, महाराष्ट्र), बाबू लाल गंगाराम कपासिया(गांव-सेमलियाबीबी, जिला-उज्जैन, मध्य प्रदेश) अौर सफीकखान इस्माइल खान(गांव-सुमखेडाखान, जिला-देवास, मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों को सरदार नगर मार्कन्डेय मंदिर के सामने, मारुतिनगर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने चैनल के आॅफिस से 100 रुपए नोट के 9लाख, 36हजार, 100 रुपए बरामद किया। इसके अलावा नोट छापने की मशीन, कागज, कलर प्रिंटर, स्याही, पेन, आई कार्ड, 4 इंटरव्यू माइक समेत सामान जब्त किया है।
मुख्य आरोपी फिरोज शाह झारखंड में भी नकली नोट छापते हुए पकड़ा जा चुका है
चैनल मालिक, पत्रकार और नकली नोटकांड का मुख्य आरोपी फिरोज शाह इससे पहले झारखंड में नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। फिरोज शाह ने छह महीना पहले ही न्यूज चैनल शुरू किया था। इससे पहले उसकी नाक और बेटी का ऑपरेशन हुआ था। इससे उस पर पांच लाख रुपए का कर्ज हो गया था। रुपए उधार देने वाले उसे परेशान कर रहे थे। इसी बीच उसकी मुलाकात मध्य प्रदेश के दोनों आरोपियों से हुई और न्यूज चैनल के ऑफिस में नकली नोट छापने का काम शुरू किया।