करौली। मूक-बधिर लड़की से दुष्कर्म करने के बाद बदमाशों ने उसे जिंदा जला दिया था। गंभीर रूप से झुलसी नाबालिग को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 11 दिन इलाज हाेने के बाद उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने हत्या और दुष्कर्म का केस दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में लिया है। इसके अलावा दूसरे संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मामले की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया है।
मृतक नाबालिग की मां ने बताया कि उनकी बेटी सुबह 10 बजे घर के पास खेल रही थी। कुछ देर बाद मैंने उसे बिना कपड़ों के देखा, वह जोर-जोर से चिल्ला रही थी। उसकी आवाज सुनकर हम बाहर आए तो उसने इशारों से बताया कि दो लोगों ने उसे आग लगा दी है। नाबालिग गंभीर रूप से झुलस गई थी। उसके माता-पिता इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गए। करौली के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उसे जयपुर रेफर कर दिया गया था, जहां 11 दिन इलाज होने के बाद नाबालिग की मौत हो गई। बेटी की मौत होने से पूरा परिवार आहत है।
करौली के एसपी ने बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि मैंने पीडित परिवार से मुलाकात की है। पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की छानबीन कर रही है। इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। हालांकि लड़की बोल नहीं सकती थी, इसलिए उसने किसी का नाम नहीं बताया। मोबाइल पर 10-12 लोगों की तस्वीर दिखाने पर एक युवक को उसने पहचाना है। एसपी ने बताया कि लड़की ने जिसे पहचाना था, उसे हिरासत में ले लिया गया है।