नई दिल्ली। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री जयंत सिंह को कारण बताओ नोटिस देकर दो दिना में जवाब मांगा है। झारखंड की हजारीबाग सीट से टिकट न मिलने से जयंत सिन्हा नाराज हैं और चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है। भाजपा ने जयंत सिन्हा का टिकट काटकर हजारीबाग से मनीष जायसवाल काे मैदान में उतारा है। उनके रवैये को देखते हुए पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी करके दो दिन के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है। भाजपा ने धनबाद के विधायक राज सिन्हा को भी नोटिस भेजा है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने जयंत सिन्हों को भेज नोटिस में लिखा है- जब से पार्टी ने मनीष जायसवाल को हजारीबाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है तब से आप चुनाव और संगठनात्मक कामों में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसके बावजूद आपने लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी उचित नहीं समझा। आपके द्वारा बरती गई रवैए से पार्टी की छिव धूमिल हुई है। पार्टी ने जयंत सिन्हा से दो दिनों के भीतर जवाब देने का कहा है। हालांकि जयंत सिन्हा ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।
भाजपा ने जयंत सिन्हा के अलावा धनबाद लोकसभा सीट के उम्मीदवार के खिलाफ बयानबाजी करने वाले धनबाद के विधायक राज सिन्हा को भी कारण बताओ नोटिस भेजा है। राज्यसभा सांसद और पार्टी के महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि यह अनुशासनात्मक मुद्दा है और पार्टी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। हालांकि, उम्मीदवारों के चयन को लेकर बीजेपी में मतभेद और झगड़े सामने आए हैं।
बता दें, मार्च में उम्मीदवार घोषित होने के बाद मनीष जायसवाल जयंत सिन्हा से मिलने गए थे। जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया (X)पर लिखा था- भाजपा के हजारीबाग लोकसभा उम्मीदवार मनीष जायसवाल से आज मुलाकात हुई, मैं उन्हें चुनाव के लिए शुभकामनाएं देता हूं। हम कमल को रिकॉर्ड मतों से जिताएंगे। उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले जयंत सिन्हा ने चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई थी। वहीं, भाजपा नेता जयंत सिन्हा के बेटे आशिर सिन्हा झारखंड में कांग्रेस के मंच पर दिखाई दिए थे। इसके बाद भारी हंगामा हुआ था। झारखंड के कांग्र्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा था कि रैली में यशवंत सिन्हा हो भी आमंत्रण दिया गया था। तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने अपने पोते को प्रतिनिध के रूप में भेजा था।