सूरत। मोरबी में ब्रिज दुर्घटना होने के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों में अधिकारियों को ब्रिजों की जांच करने का अादेश दिया है। इसी के तहत सूरत नगर निगम की ओर से ब्रिजों की जांच की जा रही है। नगर निगम की ओर से साल में दो बार ब्रिजों की जांच करवाई जाती है। इस बार 124 में से 117 ब्रिजों का सर्वे किया जाएगा। नगर निगम की ओर से ब्रिजों का सर्वे करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद ब्रिजों की मरम्मत की जाएगी।
ब्रिजों को चार कैटेगरी में बांटकर सर्वे किया जा रहा है। ए कैटेगरी में सेफ ब्रिजों को रखा है और दूसरी श्रेणी में वे ब्रिज हैं जिनकी मरम्मत करने की जरूरत है। तुरंत मरम्मत करने वाले ब्रिजों को तीसरी श्रेणी और जर्जर ब्रिजों को चतुर्थ श्रेणी में रखा गया है। सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद जर्जर ब्रिजों को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि कैटेगरी-1 में 60, कैटेगरी-2 में 19 और कैटेगरी-3 में 30 ब्रिज आते हैं। कैटेगरी-4 में अभी तक एक भी ब्रिज नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि ब्रिजों का सर्वे किया जा रहा है, जिन स्थानों पर पहुंचना मुश्किल है, वहां ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है। बारिश खत्म होने के बाद इन ब्रिजों का फिर से सर्वे किया जाएगा।